डॉ. पवन कुमार भूत को ‘सीएनएमएस एक्सीलेंस इन पब्लिक सर्विस जर्नलिज़्म अवॉर्ड’ से किया गया सम्मानित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस पर आयोजित मोदी महोत्सव में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में राष्ट्रीय संवाद और विचार-विमर्श नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (CNMS)...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस पर आयोजित मोदी महोत्सव में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में राष्ट्रीय संवाद और विचार-विमर्श
नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (CNMS) द्वारा राष्ट्रीय उर्दू भाषा प्रोत्साहन परिषद (NCPUL) के सहयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर “मोदी महोत्सव” का आयोजन किया गया। इस शिखर सम्मेलन में भारत के 2047 के रोडमैप पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें न केवल प्रधानमंत्री के विकसित और समावेशी भारत के विज़न को रेखांकित किया गया, बल्कि उन व्यक्तित्वों को भी सम्मानित किया गया जो जनजीवन में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इन्हीं में से एक, पुलिस पब्लिक प्रेस के प्रधान संपादक डॉ. पवन कुमार भूत को मीडिया के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए “सीएनएमएस एक्सीलेंस इन पब्लिक सर्विस जर्नलिज़्म अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया।
डॉ. भूत को यह सम्मान उनकी 16 वर्ष की पत्रकारिता यात्रा के लिए मिला है, जिसमें निडर रिपोर्टिंग, समाज से जुड़ाव और सत्य के प्रति गहरी निष्ठा शामिल रही है। पश्चिम बंगाल के हुगली से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए, जहाँ उन्होंने महज़ 18 साल की उम्र में हुगली जनमत की शुरुआत की थी, उन्होंने पुलिस पब्लिक प्रेस को एक राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित मंच में विकसित किया। आज यह पत्रिका आठ राज्यों में 50,000 से अधिक पाठकों तक पहुँचती है, आम नागरिकों की आवाज़ को सामने लाती है और पुलिस व जनता के बीच विश्वास की सेतु का काम करती है।
उनकी सबसे प्रभावशाली पहलों में से एक “पुलिस बिन एक दिन” है, जिसके अब तक 116 सफल संस्करण पूरे हो चुके हैं। इस पहल ने पूरे देश में पुलिस और जनता के बीच संवाद का एक सार्थक मंच उपलब्ध कराया है। डॉ. भूत के नेतृत्व में पुलिस पब्लिक प्रेस जनसंपर्क और जनसेवा पत्रकारिता का प्रतीक बन चुका है।
पुरस्कार समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, असम के पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, सीएनएमएस के अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद और लेखक ख्वाजा इफ्तिखार अहमद सहित कई प्रमुख हस्तियाँ शामिल हुईं।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी जैसा नेता मिलना केवल कठिन नहीं, लगभग असंभव है और उनके नेतृत्व में 2047 से पहले ही भारत एक महान और विकसित राष्ट्र बन जाएगा।”
समापन सत्र में ख्वाजा इफ्तिखार अहमद ने प्रधानमंत्री मोदी को एक वैश्विक राजनेता और आदर्श व्यक्तित्व बताया, जिनकी शासन शैली ने नागरिकों को सशक्त बनाया है और भारत की लोकतांत्रिक भावना को मज़बूती दी है। अन्य वक्ताओं — प्रो. जसीम मोहम्मद, डॉ. पंकज मित्तल, प्रो. टंकश्वर कुमार और डॉ. बसंत गोयल — ने भारत के भविष्य के निर्माण में शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य और सतत विकास की भूमिका पर विचार रखे। सीएनएमएस अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने इस जन्मदिवस समारोह को “विचारों और प्रेरणा का उत्सव” करार दिया और अधिक बौद्धिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत का संकल्प लिया।
डॉ. भूत के लिए यह सम्मान उनके उस मिशन की एक और उपलब्धि है, जिसमें वे पत्रकारिता को केवल एक पेशा नहीं, बल्कि सत्य, सशक्तिकरण और राष्ट्रीय प्रगति की जनसेवा मानते हैं। उनकी यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों के पत्रकारों के लिए प्रेरणा है, यह याद दिलाते हुए कि जब सूचना ईमानदारी और नैतिकता के साथ प्रस्तुत की जाए, तो वह समाज को बदलने और लोकतंत्र को मजबूत करने की शक्ति रखती है।
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