डॉ. के.ए. पॉल ने पाकिस्तान को रूसी सहायता का लगाया आरोप, अमेरिका से मॉस्को पर कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील

अमेरिका दौरे के बाद दिल्ली में की प्रेस वार्ता, दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए रूस को बताया खतरा, वॉशिंगटन में मिले द्विदलीय समर्थन का दावा
नई दिल्ली, विश्व शांति कार्यकर्ता डॉ. के.ए. पॉल ने ए.पी. भवन, दिल्ली में एक प्रभावशाली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने हाल ही में वॉशिंगटन डी.सी. और न्यूयॉर्क में अमेरिका के वरिष्ठ रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसदों व वैश्विक नेताओं से हुई उच्चस्तरीय बैठकों के अनुभव साझा किए।
डॉ. पॉल ने रूस पर पाकिस्तान को सैन्य सहायता देने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दक्षिण एशिया की शांति के लिए खतरा है। उन्होंने अमेरिका से मॉस्को पर और सख्त प्रतिबंध लगाने की अपील की। “रूस हमारे पीठ में छुरा घोंप रहा है, वह पाकिस्तान को फंड कर रहा है जबकि भारत पर आतंकी हमले हो रहे हैं,” उन्होंने कहा। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी कांग्रेस में 100% डेमोक्रेट्स और 80% रिपब्लिकन रूस पर कठोर प्रतिबंधों के पक्ष में हैं और यह प्रक्रिया इसी माह के अंत तक शुरू हो सकती है।
न्यूयॉर्क में विश्व का सबसे बड़ा वैश्विक शांति सम्मेलन जल्द
डॉ. पॉल ने यह भी घोषणा की कि वर्ष के अंत में न्यूयॉर्क में ‘विश्व का सबसे बड़ा वैश्विक शांति सम्मेलन’ आयोजित किया जाएगा, जिसकी अंतिम तिथियों की घोषणा इस सप्ताह के अंत तक की जाएगी। यह सम्मेलन यूक्रेन, गाजा और मध्य-पूर्व क्षेत्र के वर्तमान संघर्षों को लेकर समाधान केंद्रित चर्चा का मंच होगा।
तेलंगाना में राजनीतिक भ्रष्टाचार के आरोप, मुख्यमंत्री पर बीजेपी से वैचारिक निकटता का आरोप
घरेलू मामलों पर बोलते हुए डॉ. पॉल ने एक वायरल वीडियो का हवाला दिया जिसमें तेलंगाना के कांग्रेस विधायक मंडुला सैमुअल कथित तौर पर रिश्वत लेते दिख रहे हैं। उन्होंने इसे राज्य में विधायकों के बीच व्याप्त “भ्रष्टाचार की संस्कृति” का उदाहरण बताया।
डॉ. पॉल ने यह भी दावा किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रवींद्र रेड्डी, जो कांग्रेस के नेता हैं, की विचारधारा बीजेपी से मेल खाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि रेड्डी कांग्रेस छोड़ने की तैयारी में हैं और 25–30 विधायकों के साथ एक नई सरकार बनाने की योजना बना रहे हैं – ठीक वैसे ही जैसे पहले महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिले थे।
न्यायपालिका से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की अपील
डॉ. पॉल ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता और दलबदलू विधायकों को अयोग्य ठहराने में हो रही देरी पर चिंता जताते हुए सीधे भारत की न्यायपालिका से हस्तक्षेप की अपील की। “भारतीय लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए अब साहसी न्यायिक कार्रवाई की आवश्यकता है,” उन्होंने कहा।
लोकतंत्र की रक्षा और राजनीतिक पारदर्शिता के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की मांग
प्रेस वार्ता का समापन डॉ. पॉल की इस अपील के साथ हुआ कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा, राजनीतिक पारदर्शिता को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय शांति के लिए देश और विदेश में तत्काल ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
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