Build Bharat Expo 2025 का भव्य आगाज, MSME मंत्री जीतन राम मांझी ने किया उद्घाटन

MSME को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए, इंडस्ट्रियल लीजहोल्ड भूमि को फ्रीहोल्ड में बदलने का दिया समर्थन
भारत के प्रमुख औद्योगिक मेले Build Bharat Expo 2025 का आज भव्य शुभारंभ हुआ। नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्देश्य MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र को बढ़ावा देना, व्यापार सहयोग को प्रोत्साहित करना और नीतिगत चर्चाओं को आगे बढ़ाना है। इस कार्यक्रम का आयोजन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) द्वारा किया गया है।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने बतौर मुख्य अतिथि एक्सपो का उद्घाटन किया। इस अवसर पर 20 से अधिक देशों के राजदूत, व्यापार आयुक्त, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, उद्योग जगत के दिग्गज और हजारों उद्यमी उपस्थित रहे। एक्सपो में 151 से अधिक कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए हैं, जबकि ऑस्ट्रिया, मलेशिया, रूस, ईरान, कनाडा और आइसलैंड समेत 34 देशों के व्यापार प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
MSME भारत की आर्थिक उन्नति की नींव – मंत्री मांझी
अपने उद्घाटन संबोधन में मंत्री मांझी ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति का असली आधार एमएसएमई हैं, जो रोजगार, नवाचार और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देते हैं।
“केवल बड़े उद्योग ही भारत को आर्थिक महाशक्ति नहीं बना सकते। सशक्त और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी एमएसएमई ही देश की वास्तविक और स्थायी प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे,” मांझी ने कहा।
उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उल्लेख किया, जो पारंपरिक कारीगरों और छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। इसके साथ ही, उन्होंने उद्यम और उद्यम असिस्ट पोर्टल्स के माध्यम से एमएसएमई के पंजीकरण और नीति सहायता को सरल बनाने का आह्वान किया।
मंत्री मांझी ने इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए लीजहोल्ड औद्योगिक भूमि को फ्रीहोल्ड में बदलने के समर्थन की घोषणा की और कहा कि सरकार जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही एक राष्ट्रीय एमएसएमई नीति लाई जाएगी, जिसमें IIA द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह पुष्टि की कि राष्ट्रीय एमएसएमई बोर्ड का पुनर्गठन शीघ्र किया जाएगा, जिसमें प्रमुख संस्थानों को स्थान मिलेगा।
MSME को सशक्त बनाने के लिए नीतिगत सुधारों की मांग
IIA के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने उद्यमियों और नीति-निर्माताओं का स्वागत करते हुए एमएसएमई को और अधिक मजबूती देने के लिए कई नीतिगत सिफारिशें प्रस्तुत कीं। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र में एमएसएमई उत्पादों की खरीद को 25% से बढ़ाकर 40% करने, औद्योगिक लीज भूमि के लिए एक समान फ्रीहोल्ड नीति लागू करने और राष्ट्रीय एमएसएमई बोर्ड में IIA को प्रतिनिधित्व देने की मांग रखी।
“आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना तब तक पूरी नहीं हो सकती जब तक एमएसएमई को दीर्घकालिक सुरक्षा, भूमि सुधार और उच्च खरीद कोटा जैसी सुविधाएं प्रदान नहीं की जातीं,” सिंघल ने कहा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय व्यापार की संभावनाओं पर जोर देते हुए बताया कि पिछले एक्सपो में एक प्रदर्शक ने ₹18 करोड़ का ऑर्डर हासिल किया था।
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्योगों को समर्थन
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के कौशल विकास मंत्री श्री कपिल देव अग्रवाल ने भाग लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की औद्योगिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी भारत में उद्योगों पर न्यूनतम प्रभाव पड़ा और सरकार ने विभिन्न आर्थिक उपायों के माध्यम से नुकसान को कम करने का प्रयास किया।
“देश में दो तरह के लोग होते हैं—एक जो सहायता की आवश्यकता रखते हैं और दूसरे जो सहायता प्रदान करते हैं। उद्यमी दूसरी श्रेणी में आते हैं और उनके प्रयासों से ही राष्ट्र आगे बढ़ता है,” अग्रवाल ने कहा। उन्होंने आईटीआई को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार आधुनिक बनाने की सरकार की योजनाओं का भी जिक्र किया।
व्यापार और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस उद्घाटन समारोह में सहारनपुर विधायक श्री राजीव गुंबर, विभिन्न देशों के राजदूत और कई उद्योग विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। IIA के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री दिनेश गोयल ने सरकार द्वारा एमएसएमई क्षेत्र को दी जा रही निरंतर सहायता की सराहना की और कहा कि हाल के केंद्रीय बजट में भी इस क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं।
IIA महासचिव अलोक अग्रवाल ने मुख्य अतिथि श्री जीतन राम मांझी का धन्यवाद किया, जबकि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अवधेश अग्रवाल ने उन्हें एक स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस दौरान, 500 से अधिक आर्किटेक्ट्स, 1,000 उद्यमियों और हजारों व्यापार आगंतुकों ने प्रदर्शनी का दौरा किया। यहां ग्रीन एनर्जी, फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंस्ट्रक्शन मटेरियल और ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) जैसी प्रमुख श्रेणियों के इनोवेशन प्रदर्शित किए गए।
MSME के बिना अधूरी है भारत की औद्योगिक प्रगति
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन दिल्ली की चेयरपर्सन डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र भारत की औद्योगिक आत्मनिर्भरता में अहम भूमिका निभाता है।
“भारत की औद्योगिक विकास गाथा तब तक पूरी नहीं हो सकती जब तक एमएसएमई सशक्त नहीं होते। बिल्ड भारत एक्सपो इस उद्यमशीलता की भावना को दर्शाता है और यह जरूरी है कि नीति-निर्माता और उद्योग जगत के दिग्गज इन व्यवसायों को सही अवसर और संसाधन उपलब्ध कराएं,” उन्होंने कहा।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और उत्तर प्रदेश के एमएसएमई एवं निर्यात संवर्धन विभाग के समर्थन से आयोजित बिल्ड भारत एक्सपो 2025 भारत को इंडस्ट्री 4.0 की दिशा में आगे बढ़ाने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में एमएसएमई को मजबूत करने का मंच प्रदान करता है।
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