ऑनलाइन बाल शोषण के आरोप में करन शेखावत गिरफ्तार, जमानत पर रिहाई; मेट्रोपोलिटन पुलिस और CPS कर रहे हैं जांच
नई दिल्ली: ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (OFBJP) यूके के अध्यक्ष कुलदीप शेखावत एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और इस बार वजह बेहद गंभीर है। उनके 34 वर्षीय बेटे करन शेखावत को लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने फरवरी 2025 में ऑनलाइन बाल शोषण और नाबालिगों से यौन संवाद के आरोप में गिरफ्तार किया था।मामले की जानकारी Fleetwood Enforcers UK और Red Rose Database नामक यूके के सतर्कता समूहों ने साझा की, जिन्होंने करन पर 14 वर्षीय बच्चों के साथ अश्लील बातचीत और उनके अनुचित चित्र प्राप्त करने की कोशिश का आरोप लगाया है।
मामला वर्तमान में क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) के पास है, जो डिजिटल साक्ष्यों की समीक्षा कर रही है। करन शेखावत को जमानत मिल चुकी है और वह जांच के दौरान रिहा हैं। जांच अधिकारियों ने बताया कि साक्ष्य गोपनीय रखे गए हैं और केस से जुड़ी सामग्री पुलिस हिरासत में सुरक्षित है।

OFBJP फंडिंग विवाद और राजनीतिक असर
कुलदीप शेखावत, जो लंबे समय से ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के बीच सक्रिय हैं, पहले भी फंडरेज़िंग घोटाले को लेकर विवादों में घिरे रह चुके हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप्स के ज़रिए “नकली फंडिंग कैंपेन” चलाए और भाजपा समर्थकों से अनुचित तरीके से धन जुटाया।
करन की गिरफ्तारी ने अब OFBJP यूके की विश्वसनीयता और पारदर्शिता दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला ब्रिटेन में भारतीय राजनीतिक संगठनों की छवि को भी प्रभावित कर सकता है।
बाल सुरक्षा में ‘विजिलांटे ग्रुप्स’ की भूमिका पर बहस
यह मामला यूके के एक स्वयंसेवी समूह Fleetwood Enforcers UK के स्टिंग ऑपरेशन के बाद सामने आया, जो बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए काम करता है। ऐसे ग्रुप्स खुद को नाबालिगों के रूप में प्रस्तुत कर संदिग्ध लोगों को पकड़ने की कोशिश करते हैं।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन संगठनों द्वारा एकत्र की गई जानकारी की वैधानिकता और सटीकता पर सवाल उठते रहे हैं। कई मामलों में ऐसे डेटा के दुरुपयोग और निजता के उल्लंघन की भी संभावना जताई जाती है।
मामला लंबित, जांच जारी
लंदन पुलिस का कहना है कि मामला अभी अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा में है और CPS द्वारा डिजिटल साक्ष्यों की जांच के बाद अगला कदम तय होगा।
फिलहाल, करन शेखावत जमानत पर हैं और कोर्ट में कोई औपचारिक चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है।
यह प्रकरण न केवल एक परिवार बल्कि ब्रिटेन में भारतीय प्रवासी राजनीति के लिए भी चर्चा का विषय बन गया है।
OFBJP की गतिविधियों और नेतृत्व की पारदर्शिता को लेकर समुदाय में नई बहस छिड़ गई है।