HRDS INDIA और SMI Inc. जापान ने भारत के विकास को नई दिशा देने के लिए ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की

HRDS INDIA और SMI Inc. जापान ने भारत के विकास को नई दिशा देने के लिए ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की

भारत के विकास परिदृश्य को बदलने के लिए तीन प्रमुख समझौते पर किए गए हस्ताक्षर

नई दिल्ली, 05 दिसंबर 2024

भारत के विकास के परिदृश्य को बदलने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, HRDS INDIA और जापान की SMI Inc. ने एक परिवर्तनकारी साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी भारत की सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान अभिनव और सतत उपायों के माध्यम से करने का एक मिशन है, जिसका उद्देश्य देशभर में लाखों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाना है। इस साझेदारी के जरिए एक नई दिशा में विकास, स्थिरता और समुदायों को सशक्त बनाने की उम्मीद जताई जा रही है।

SMI Inc. का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें चेयरमैन डॉ. मित्सुआकी सुगी, प्रेसिडेंट सातो सुगी और कार्यकारी निदेशक केइची सातो शामिल थे, HRDS INDIA का दौरा कर इन समझौतों को औपचारिक रूप से मंजूरी दी और आगामी परियोजनाओं पर चर्चा की। यह साझेदारी केवल भारत की विकास जरूरतों को पूरा करने का लक्ष्य नहीं है, बल्कि एक ऐसा भविष्य बनाने की है जहां तकनीकी नवाचार, स्थिरता और सामुदायिक सशक्तिकरण एक साथ काम कर सकें।

सार्थक चर्चा के जरिए परिवर्तन का रास्ता


जापानी प्रतिनिधिमंडल ने HRDS INDIA की नेतृत्व टीम के साथ गहन चर्चा की, जिसमें फाउंडर सचिव अजी कृष्णन, सलाहकार बोर्ड चेयरमैन आईएएस डॉ. रविकांत, प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. अनिल मैथ्यू, ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी राहुल चंद्रन, चीफ प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर जॉय मैथ्यू और अन्य प्रमुख सदस्य शामिल रहे। इन चर्चाओं का परिणाम तीन ऐतिहासिक समझौतों के रूप में सामने आया, जो अब भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा तय करेंगे।

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तीन प्रमुख समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर

  1. नॉर्थईस्ट सद्ग्रहा प्रोजेक्ट
    इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इसमें बुनियादी ढांचे का विकास, कौशल उन्नयन और आजीविका सृजन जैसी पहलें शामिल हैं, जो इस क्षेत्र की विशिष्ट जरूरतों को पूरा करेंगी।
  2. वेस्ट मैनेजमेंट और अपघटन प्रोजेक्ट
    यह पहल भारत में शहरी कचरा प्रबंधन के संकट का समाधान करेगी। जापान की उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए, यह प्रोजेक्ट कचरे के प्रभावी अपघटन, पुनर्चक्रण और स्थायी प्रथाओं पर केंद्रित होगा, जो भारत के स्वच्छ भारत अभियान के साथ मेल खाता है।
  3. जल शुद्धिकरण प्रोजेक्ट
    भारत के कई हिस्सों में स्वच्छ पेयजल की भारी कमी है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य जापानी जल शुद्धिकरण तकनीक का उपयोग करके स्वच्छ पेयजल प्रदान करना है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार होगा और जलजनित रोगों में कमी आएगी।

प्रौद्योगिकी का स्थानांतरण और कार्यान्वयन


इन समझौतों के तहत, SMI Inc. इन परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए अत्याधुनिक तकनीक, उपकरण और विशेषज्ञता प्रदान करेगा। यह साझेदारी जापानी तकनीक का भारत में बड़े पैमाने पर उपयोग करने का पहला उदाहरण होगी, जिससे दीर्घकालिक आत्मनिर्भरता और सफलता सुनिश्चित होगी। इसके अलावा, ज्ञान हस्तांतरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय टीमों को सशक्त बनाएंगे।

HRDS INDIA के फाउंडर सचिव अजी कृष्णन ने कहा, “SMI Inc. के साथ हमारी यह साझेदारी हमारे सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और हमारे जमीनी अनुभव को मिलाकर हम भारत की चुनौतियों का समाधान करेंगे और समुदायों को सशक्त बनाएंगे।”

SMI Inc. के चेयरमैन डॉ. मित्सुआकी सुगी ने इस सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “भारत अवसरों और संभावनाओं का देश है। हमें गर्व है कि हम HRDS INDIA के साथ मिलकर अभिनव समाधानों को लागू कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यह साझेदारी एक स्थायी और समृद्ध विकास मॉडल बनाएगी, जो सभी के लिए लाभकारी होगा।”

भविष्य के लिए दृष्टिकोण


HRDS INDIA और SMI Inc. के बीच यह साझेदारी सतत विकास के नए मापदंड स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है। जापानी नवाचार और HRDS INDIA की जमीनी विशेषज्ञता का संयोजन भारत के लिए एक स्वच्छ, हरित और स्वस्थ भविष्य की कल्पना करता है। यह वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और एक स्थिर और सतत दुनिया बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की शक्ति का बेहतरीन उदाहरण है।

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