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नवोन्मेष के लिए उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों में ज्ञान का आदान-प्रदान जरूरी: टीजी सीताराम

नवोन्मेष के लिए उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों में ज्ञान का आदान-प्रदान जरूरी: टीजी सीताराम

सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एआईसीटीई ने आयोजित किया इन्वेंटर्स चैलेंज 2023

प्रतियोगिता में प्रस्तुत किए गए थे 1370 आइडिया, आठ टीमें घोषित की गईं विजेता

20 नवंबर, नई दिल्ली:

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रोइलेक्ट्रोनिक्स के साथ मिलकर ‘ इन्वेंटर्स चैलेंज- 2023 ‘ का आयोजन किया। रविवार को कार्यक्रम के समापन के अवसर पर एआईसीटीई के चेयरमैन टीजी सीताराम ने कहा कि उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों के बीच ज्ञान का आदान-प्रदान बहुत जरूरी है। इस तरह ज्ञान साझा किए जाने से तकनीकी शिक्षा ले रहे छात्र छात्राओं को नवाचार के प्रति प्रोत्साहन मिलता है। इससे उद्योग जगत को भी काफी लाभ मिलेगा। यह कार्यक्रम नोएडा के इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में आयोजित किया गया था।

टीजी सीताराम ने कहा कि सेमीकंडक्टर के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत ने कदम बढ़ा लिए हैं। इसमें एआईसीटीई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत सरकार देश में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकीतंत्र विकसित करने पर ज़ोर दे रही है। इन्वेंटर्स चैलेंज में प्रतिभागियों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि देश के छात्र और उद्योग जगत के महारथी इस लक्ष्य को हासिल करने में सरकार के साथ हैं। यह इस तरह के संवाद और कार्यक्रम आगे भी जारी रखने के लिए प्रेरित करता है।

गौरतलब है कि भारत सरकार देश में सेमीकंडक्टर पारिस्थिति की तंत्र विकसित करने और भारत के तेजी से बढ़ रहे इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण उद्योग को बढ़ावा देने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। ये प्रयास भारत को नवोन्मेष और इलेक्ट्रोनिक्स निर्माण एवं डिज़ाइन के ग्लोबल हब के रूप में स्थापित करने में सक्षम बनाएंगे। इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता देश में सेमीकंडक्टर और प्रौद्योगिकी नवाचार में शिक्षकों और छात्रों की क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक प्रयास है। इन्वेंटर्स चैलेंज- 2023 में संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक लक्ष्यों के आधार पर 1,370 आइडिया प्रस्तुत किए गए थे। इनमें 80 से अधिक टीमों को अपने आइडिया को प्रोटोटाइप करने के लिए एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक से डेवलपर बोर्ड प्राप्त हुए। आठ टीमें विजेता घोषित की गयी हैं।

आर्म इंडिया के अध्यक्ष गुरु गणेसन ने कहा कि देश में सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम में तकनीकी नवोन्मेष लाने में उच्च शिक्षा की अहम भूमिका होगी इसलिए हम शैक्षिक संस्थानों के साथ ही उद्योग और सरकारों के साथ इस पर काम कर रहे हैं। वहीं, एसटी माइक्रोइलेक्ट्रोनिक्स के प्रबंध निदेशक विवेक शर्मा ने कहा कि इस तरह के प्रयासों से तकनीकी नवोन्मेष के लिए लोकल ईकोसिस्टम को समृद्ध किया जा सकेगा।

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